यमुना प्राधिकरण सेक्टर-10: 35,000 नौकरियों के साथ ग्रेटर नोएडा बनेगा रोजगार हब

ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश का तेजी से विकसित हो रहा औद्योगिक और शैक्षिक केंद्र, अब रोजगार के नए अवसरों का हब बनने जा रहा है। 2025 में ग्रेटर नोएडा में विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से लगभग 35,000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने की संभावना है। यह खबर उन युवाओं और पेशेवरों के लिए उत्साहजनक है जो अपने करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहते हैं। आइए, इस अपडेट को विस्तार से समझते हैं।

1. ग्रेटर नोएडा में निवेश की लहर

ग्रेटर नोएडा में औद्योगिक और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में भारी निवेश हो रहा है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, ग्रेटर नोएडा की इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप में 29 नामी कंपनियों को भूखंड आवंटित किए गए हैं, जिससे लगभग 10,000 करोड़ रुपये का निवेश आया है। इन परियोजनाओं से 25,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।

इसके अलावा, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने 40 औद्योगिक भूखंडों की योजना शुरू की है, जिससे 10,000 और नौकरियां सृजित होंगी। ये भूखंड इकोटेक-1 से इकोटेक-11 तक विभिन्न सेक्टरों में स्थित हैं, और आवेदन की अंतिम तिथि 20 जून 2025 है।

2. दादरी कार्गो टर्मिनल: रोजगार का नया केंद्र

प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना के तहत दादरी के पास 260 एकड़ में बनने वाला कार्गो टर्मिनल ग्रेटर नोएडा को लॉजिस्टिक हब के रूप में स्थापित करेगा। इस परियोजना से 15,000 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। यह टर्मिनल न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा, बल्कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में व्यापार को भी गति देगा।

3. प्रमुख कंपनियों का योगदान

ग्रेटर नोएडा में निवेश करने वाली कंपनियों में सोनालिका ट्रैक्टर्स, जीकेएस डिजिटल, नोवामैक्स इंडस्ट्रीज, और एएनडी हाईटेक इंडस्ट्रीज जैसी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां शामिल हैं। ये कंपनियां रेलवे उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक्स, और मोबाइल पार्ट्स जैसे क्षेत्रों में उत्पादन करेंगी। जापान और सिंगापुर जैसे देशों के निवेशकों ने भी इस क्षेत्र में रुचि दिखाई है, जो भविष्य में और अधिक रोजगार के अवसर ला सकता है।

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4. बुनियादी ढांचे का विकास

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने 2025-26 के लिए 5,600 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया है, जिसमें जमीन अधिग्रहण, शाहबेरी एलिवेटेड रोड, और अग्निशमन उपकरणों जैसी परियोजनाएं शामिल हैं। इसके अलावा, डीएनजीआईआर (दादरी नोएडा गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन) के पहले चरण में 40,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा, जिससे 50,000 से अधिक नौकरियां सृजित होंगी। ये परियोजनाएं ग्रेटर नोएडा को निवेश और रोजगार का प्रमुख केंद्र बनाएंगी।

5. रोजगार के अवसर कैसे प्राप्त करें?

  • औद्योगिक भूखंड योजना: उद्यमी और कंपनियां ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की वेबसाइट पर जाकर औद्योगिक भूखंडों के लिए आवेदन कर सकती हैं। यह योजना पारदर्शी ई-नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से भूखंड आवंटित करती है।
  • नौकरी के लिए आवेदन: निवेश करने वाली कंपनियां जल्द ही भर्ती प्रक्रिया शुरू करेंगी। रोजगार समाचार पत्र और ऑनलाइन जॉब पोर्टल जैसे www.hindirojgar.com पर नवीनतम नौकरी अपडेट देखें।
  • कौशल विकास: तकनीकी और गैर-तकनीकी नौकरियों के लिए स्थानीय कौशल विकास केंद्रों में प्रशिक्षण लेना फायदेमंद हो सकता है।

6. ग्रेटर नोएडा क्यों है खास?

ग्रेटर नोएडा की रणनीतिक स्थिति, जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की निकटता, और दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर से जुड़ाव इसे निवेशकों के लिए आकर्षक बनाता है। यहां की हाईटेक टाउनशिप में 30,000 घरों का निर्माण भी प्रस्तावित है, जो 50,000 लोगों को रोजगार दे सकता है।

निष्कर्ष

ग्रेटर नोएडा में 2025 में 35,000 से अधिक रोजगार के अवसर युवाओं के लिए सुनहरा मौका हैं। औद्योगिक विकास, बुनियादी ढांचा परियोजनाएं, और अंतरराष्ट्रीय निवेश इस क्षेत्र को उत्तर भारत का प्रमुख रोजगार केंद्र बना रहे हैं। अगर आप नौकरी या व्यवसाय शुरू करने की योजना बना रहे हैं, तो ग्रेटर नोएडा की इन योजनाओं पर नजर रखें।

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