हिंदू धर्म में सोमवार का दिन भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। मान्यता है कि इस दिन सच्चे मन से शिव जी की पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। भक्तों का विश्वास है कि भोलेनाथ अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं। कई लोग सोमवार को व्रत रखकर भगवान शिव की विशेष कृपा पाने का प्रयास करते हैं। आइए, जानते हैं सोमवार की शिव पूजा की सही विधि, सामग्री और महत्व।
सोमवार की शिव पूजा का महत्व
सोमवार को चंद्रमा का दिन माना जाता है, और भगवान शिव के मस्तक पर चंद्रमा विराजमान हैं। इसलिए इस दिन शिव पूजा से मन शांत होता है और जीवन में स्थिरता आती है। स्कंद पुराण के अनुसार, सोमवार को शिवलिंग का अभिषेक करने से भक्तों को धन, स्वास्थ्य और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। अविवाहित लोग इस दिन पूजा और व्रत करके मनचाहा जीवनसाथी पाने की कामना करते हैं।
सोमवार की पूजा के लिए आवश्यक सामग्री
शिव पूजा के लिए निम्नलिखित सामग्री तैयार करें:
- शिवलिंग या भगवान शिव की मूर्ति
- गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद, चीनी (पंचामृत के लिए)
- बिल्वपत्र, धतूरा, भांग, आक के फूल
- चंदन, रोली, अक्षत (चावल)
- दीपक, धूप, अगरबत्ती
- फल, मिठाई, और नैवेद्य
- स्वच्छ वस्त्र और जनेऊ
सोमवार की शिव पूजा की विधि
- प्रातः स्नान: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूजा स्थल की सफाई: पूजा स्थल को साफ करें और गंगाजल छिड़कें।
- शिवलिंग स्थापना: शिवलिंग या मूर्ति को चौकी पर स्थापित करें और उसका गंगाजल से अभिषेक करें।
- पंचामृत अभिषेक: दूध, दही, घी, शहद और चीनी से शिवलिंग का अभिषेक करें। प्रत्येक सामग्री डालते समय “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
- बिल्वपत्र अर्पण: शिवलिंग पर बिल्वपत्र (तीन पत्तियों वाला) चढ़ाएं, ध्यान रखें कि पत्तियां उल्टी हों।
- फूल और अन्य सामग्री: धतूरा, आक के फूल, चंदन, रोली, और अक्षत अर्पित करें।
- दीप-धूप: दीपक और धूप जलाएं।
- मंत्र जाप: “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें। आप चाहें तो शिव चालीसा या रुद्राष्टक का पाठ भी कर सकते हैं।
- आरती: शिव जी की आरती करें और नैवेद्य (प्रसाद) अर्पित करें।
- प्रसाद वितरण: पूजा के बाद प्रसाद परिवार और जरूरतमंदों में बांटें।
सोमवार व्रत के नियम
- व्रत रखने वाले सुबह स्नान के बाद व्रत का संकल्प लें।
- दिन में केवल फल, दूध या व्रत योग्य भोजन ग्रहण करें।
- नमक, तेल और अनाज से परहेज करें।
- क्रोध, झूठ और नकारात्मक विचारों से दूर रहें।
- शाम को शिव मंदिर जाकर दर्शन करें और पूजा करें।
शिव पूजा के लाभ
- जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- वैवाहिक जीवन में सौहार्द और प्रेम बढ़ता है।
- मानसिक तनाव और नकारात्मकता दूर होती है।
- कुंडली में चंद्रमा से संबंधित दोषों का निवारण होता है।
ध्यान रखने योग्य बातें
- शिवलिंग पर तुलसी पत्र न चढ़ाएं, क्योंकि यह भगवान विष्णु को प्रिय है।
- पूजा के दौरान सकारात्मक विचार रखें।
- अभिषेक के लिए हमेशा तांबे या पीतल के पात्र का उपयोग करें, स्टील का नहीं।
- बिल्वपत्र को कभी तोड़कर न चढ़ाएं, इसे साफ करके ही अर्पित करें।
निष्कर्ष
सोमवार को भगवान शिव की पूजा और व्रत से भक्तों को भोलेनाथ का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। सच्चे मन और श्रद्धा से की गई पूजा जीवन के हर क्षेत्र में सफलता और खुशहाली लाती है। इस सरल विधि को अपनाकर आप भी भगवान शिव की कृपा के पात्र बन सकते हैं।
जय भोलेनाथ!