छत्तीसगढ़ राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। राज्य में पुलिस प्रशासन को सुचारू रूप से चलाने के लिए इसे विभिन्न जिलों में विभाजित किया गया है। आइए जानते हैं कि छत्तीसगढ़ में कुल कितने पुलिस जिले हैं।
छत्तीसगढ़ पुलिस का गठन
छत्तीसगढ़ पुलिस की स्थापना वर्ष 2000 में हुई जब छत्तीसगढ़ को मध्य प्रदेश से अलग कर एक नया राज्य बनाया गया। यह राज्य सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करती है। पुलिस बल का मुख्यालय नया रायपुर में स्थित है और इसके वर्तमान महानिदेशक अशोक जुनेजा हैं।
पुलिस रेंज और जिले
छत्तीसगढ़ पुलिस को प्रशासनिक सुविधा के लिए 5 रेंज में बांटा गया है:
- रायपुर रेंज
- दुर्ग रेंज
- बिलासपुर रेंज
- बस्तर रेंज
- सरगुजा रेंज
इन रेंजों के अंतर्गत कुल 28 पुलिस जिले आते हैं। ये जिले हैं:
- रायपुर
- धमतरी
- महासमुंद
- गरियाबंद
- बलोदाबाजार
- दुर्ग
- बालोद
- राजनांदगांव
- कवर्धा
- बेमेतरा
- बिलासपुर
- मुंगेली
- जांजगीर-चांपा
- कोरबा
- रायगढ़
- जशपुर
- सूरजपुर
- बलरामपुर
- कोरिया
- सरगुजा
- बस्तर
- दंतेवाड़ा
- सुकमा
- बीजापुर
- नारायणपुर
- कोंडागांव
- कांकेर
- कांकेर
पुलिस थाने और चौकियां
प्रत्येक पुलिस जिले में कई थाने और चौकियां होती हैं जो स्थानीय स्तर पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने का कार्य करते हैं। उदाहरण के लिए, रायपुर जिले में कुल 32 पुलिस स्टेशन हैं जिनमें सिविल लाइन, कोतवाली, गंज, खमतराई आदि प्रमुख हैं। इसी प्रकार बालोद जिले में 17 थाने हैं जिनमें बालोद, गुरूर, डौंडी-लोहारा, अर्जुंदा आदि शामिल हैं।
विशेष इकाइयां
छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में नक्सली-माओवादी उग्रवाद की समस्या है। इससे निपटने के लिए पुलिस बल के पास विशेष इकाइयां हैं जैसे छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीएएफ) और बस्तर फाइटर्स। ये इकाइयां प्रशिक्षित जवानों से बनी हैं और आधुनिक हथियारों से लैस हैं।
निष्कर्ष
इस प्रकार हम देखते हैं कि छत्तीसगढ़ में कुल 28 पुलिस जिले हैं जो 5 रेंज में बंटे हुए हैं। इनमें सैकड़ों थाने और चौकियां हैं जो आम जनता की सुरक्षा और अपराध नियंत्रण का कार्य करते हैं। साथ ही नक्सल प्रभावित इलाकों में शांति बहाली के लिए विशेष बल भी तैनात हैं। राज्य पुलिस प्रशासन का ढांचा जनता की सेवा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया है।
मुख्य बिंदु
- छत्तीसगढ़ पुलिस का गठन 2000 में राज्य के निर्माण के साथ हुआ
- पुलिस बल को 5 रेंज और 28 जिलों में विभाजित किया गया है
- प्रत्येक जिले में कई थाने और चौकियां कानून व्यवस्था बनाए रखती हैं
- नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में काम करने के लिए विशेष इकाइयां हैं
- पुलिस का मुख्य उद्देश्य जनता की सुरक्षा और सेवा करना है
उम्मीद है कि यह लेख छत्तीसगढ़ में पुलिस जिलों की संख्या और संरचना के बारे में एक स्पष्ट जानकारी देने में सफल रहा होगा। पुलिस प्रशासन राज्य में शांति और सुरक्षा के लिए निरंतर प्रयासरत है ताकि नागरिक बिना किसी भय के अपना जीवन व्यतीत कर सकें।