खतना क्यों किया जाता है? एक प्राचीन परंपरा और आधुनिक चिकित्सा प्रथा

khatna kyu karte hai

खतना एक ऐसी प्रथा है जो हजारों सालों से चली आ रही है। यह धार्मिक, सांस्कृतिक और चिकित्सकीय कारणों से की जाती है। आइए जानें खतना क्या है, इसे क्यों किया जाता है और इसके फायदे और नुकसान क्या हैं।

खतना क्या है?

खतना एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें लिंग के सिरे को ढकने वाली त्वचा को हटा दिया जाता है। यह आमतौर पर नवजात लड़कों में उनके जीवन के शुरुआती 10 दिनों के दौरान किया जाता है। इसमें केवल 5-10 मिनट लगते हैं।

खतना क्यों किया जाता है?

खतना के पीछे कई कारण हैं:

  1. धार्मिक कारण: यहूदी और मुस्लिम धर्म में खतना एक महत्वपूर्ण धार्मिक रीति है। यहूदी धर्म में यह एक अनिवार्य प्रथा है जो जन्म के 8वें दिन की जाती है।
  2. सांस्कृतिक कारण: कुछ अफ्रीकी समुदायों में खतना एक पारंपरिक रीति है जो लड़कों के वयस्क होने का प्रतीक है।
  3. चिकित्सकीय कारण: कई डॉक्टर मानते हैं कि खतना से कुछ बीमारियों का खतरा कम हो सकता है।

खतने के फायदे

  1. संक्रमण का कम खतरा: खतना करवाने से यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) का खतरा कम हो सकता है।
  2. यौन संचारित रोगों से बचाव: खतना करवाने से सिफलिस जैसे यौन संचारित रोगों का खतरा 33% तक कम हो सकता है।
  3. एचआईवी का कम खतरा: कुछ अध्ययनों के अनुसार, खतना करवाने से एचआईवी का खतरा 50-60% तक कम हो सकता है।
  4. कैंसर से बचाव: खतना करवाने से लिंग कैंसर का खतरा कम हो सकता है।
  5. साफ-सफाई: खतना करवाने से लिंग की सफाई रखना आसान हो जाता है।

खतने के नुकसान

हालांकि खतने के कई फायदे हैं, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं:

  1. दर्द और असुविधा: खतने की प्रक्रिया दर्दनाक हो सकती है, खासकर अगर यह बड़ी उम्र में की जाए।
  2. संक्रमण का खतरा: हर सर्जरी की तरह, खतने में भी संक्रमण का खतरा होता है।
  3. अत्यधिक रक्तस्राव: कभी-कभी खतने के बाद अत्यधिक रक्तस्राव हो सकता है।
  4. लिंग में सूजन: खतने के बाद लिंग में सूजन आ सकती है।
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खतना कैसे किया जाता है?

खतने की प्रक्रिया आमतौर पर इस तरह की जाती है:

  1. डॉक्टर लिंग को साफ करता है।
  2. फिर वह एक विशेष अंगूठी या क्लैंप का उपयोग करके इसे लिंग से जोड़ देता है।
  3. इसके बाद सर्जन अतिरिक्त त्वचा को हटा देता है।
  4. अंत में, किसी भी संक्रमण को रोकने के लिए घाव पर दवा लगाई जाती है।

खतना और धर्म

खतना कई धर्मों में एक महत्वपूर्ण रीति है:

  1. यहूदी धर्म: यहूदी धर्म में खतना एक अनिवार्य प्रथा है। यह जन्म के 8वें दिन की जाती है और इसे ‘ब्रित मिलाह’ कहा जाता है।
  2. इस्लाम: इस्लाम में खतना एक सुन्नत (अनुशंसित प्रथा) है। हालांकि, कुछ इस्लामी विद्वान इसे अनिवार्य मानते हैं।
  3. ईसाई धर्म: ईसाई धर्म में खतना आवश्यक नहीं माना जाता है।

खतना और कानून

कई देशों में खतने को लेकर कानूनी बहस चल रही है। कुछ लोग इसे बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन मानते हैं, जबकि अन्य इसे धार्मिक स्वतंत्रता का हिस्सा मानते हैं।

निष्कर्ष

खतना एक जटिल विषय है जिसमें धार्मिक, सांस्कृतिक और चिकित्सकीय पहलू शामिल हैं। जहां कुछ लोग इसे एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक प्रथा मानते हैं, वहीं अन्य इसे चिकित्सकीय लाभों के लिए करवाते हैं। हालांकि, यह एक व्यक्तिगत निर्णय है और इसे लेकर हर किसी की अपनी राय हो सकती है। अगर आप खतना करवाने के बारे में सोच रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से इसके फायदों और नुकसानों के बारे में विस्तार से चर्चा करें।

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