बैंक मैनेजर बनना कई लोगों का सपना होता है। बैंक मैनेजर एक प्रतिष्ठित और अच्छी सैलरी वाली नौकरी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बैंक मैनेजर कैसे बनते हैं? इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि बैंक मैनेजर बनने के लिए क्या करना होता है।
बैंक मैनेजर कौन होता है?
बैंक मैनेजर एक बैंक शाखा का प्रमुख होता है। उसकी जिम्मेदारी होती है:
- बैंक शाखा के दैनिक कामकाज का प्रबंधन करना
- ग्राहकों को बैंकिंग सेवाएं प्रदान करना
- बैंक के लक्ष्यों को पूरा करना
- शाखा के कर्मचारियों का प्रबंधन करना
- बैंक की नीतियों का पालन सुनिश्चित करना
एक बैंक मैनेजर का काम काफी जिम्मेदारी भरा होता है। उसे बैंकिंग के सभी पहलुओं की अच्छी समझ होनी चाहिए।
बैंक मैनेजर बनने के लिए योग्यता
बैंक मैनेजर बनने के लिए आपके पास निम्न योग्यताएं होनी चाहिए:
- ग्रेजुएशन: किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए। अधिकतर बैंक बीकॉम, बीबीए, बीए इकोनॉमिक्स आदि डिग्री वालों को प्राथमिकता देते हैं।
- पोस्ट ग्रेजुएशन: हालांकि पोस्ट ग्रेजुएशन अनिवार्य नहीं है, लेकिन एमबीए फाइनेंस या एमकॉम करने से आपके चयन की संभावना बढ़ जाती है।
- कंप्यूटर ज्ञान: आजकल बैंकिंग का ज्यादातर काम कंप्यूटर पर होता है। इसलिए बैंक मैनेजर के लिए कंप्यूटर का बेसिक ज्ञान जरूरी है।
- अंग्रेजी और हिंदी भाषा का ज्ञान: बैंक मैनेजर को अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं का अच्छा ज्ञान होना चाहिए क्योंकि उसे ग्राहकों और स्टाफ से बातचीत करनी होती है।
सरकारी बैंक में मैनेजर कैसे बनें?
सरकारी बैंकों में बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको निम्न परीक्षाएं पास करनी होंगी:
IBPS PO (प्रोबेशनरी ऑफिसर) एग्जाम
- IBPS PO एग्जाम सरकारी बैंकों में PO बनने के लिए होता है।
- यह एग्जाम साल में एक बार आयोजित होता है।
- इसमें तीन चरण होते हैं – प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू।
- प्रीलिम्स और मेन्स ऑनलाइन होते हैं जबकि इंटरव्यू ऑफलाइन होता है।
- प्रीलिम्स एग्जाम में English, Quantitative Aptitude और Reasoning के प्रश्न पूछे जाते हैं।
- मेन्स एग्जाम में English, Quantitative Aptitude, Reasoning, General Awareness और Computer Knowledge के प्रश्न पूछे जाते हैं।
SBI PO (प्रोबेशनरी ऑफिसर) एग्जाम
- SBI PO एग्जाम भारतीय स्टेट बैंक में PO बनने के लिए होता है।
- यह एग्जाम भी साल में एक बार आयोजित होता है।
- इसमें भी तीन चरण होते हैं – प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू।
- प्रीलिम्स और मेन्स ऑनलाइन होते हैं जबकि इंटरव्यू ऑफलाइन होता है।
- प्रीलिम्स एग्जाम में English, Quantitative Aptitude और Reasoning के प्रश्न पूछे जाते हैं।
- मेन्स एग्जाम में English, Quantitative Aptitude, Reasoning और General Awareness के प्रश्न पूछे जाते हैं।
इन एग्जाम्स को पास करने के बाद आपको PO के रूप में नियुक्त किया जाता है। PO के रूप में 2-3 साल काम करने के बाद आपको प्रमोशन मिलता है और आप बैंक मैनेजर बन जाते हैं।
प्राइवेट बैंक में मैनेजर कैसे बनें?
प्राइवेट बैंकों में मैनेजर बनने का प्रोसेस थोड़ा अलग होता है। यहां आपको किसी एग्जाम को पास करने की जरूरत नहीं होती। आप सीधे बैंक में अप्लाई कर सकते हैं।
प्राइवेट बैंक में मैनेजर बनने के स्टेप्स:
- बैंक की वेबसाइट पर जाकर ओपनिंग्स चेक करें। अगर मैनेजर के पद पर वैकेंसी है तो अप्लाई करें।
- अप्लाई करने के बाद बैंक आपको लिखित एग्जाम या इंटरव्यू के लिए बुला सकता है।
- लिखित एग्जाम और इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करने पर आपका सेलेक्शन हो जाएगा।
- शुरुआत में आपको असिस्टेंट मैनेजर या डिप्टी मैनेजर के पद पर नियुक्त किया जा सकता है।
- कुछ साल अनुभव लेने के बाद आपको मैनेजर के पद पर प्रमोट किया जाएगा।
प्राइवेट बैंक में मैनेजर बनने के लिए आपके पास अच्छी एकेडमिक क्वालिफिकेशन के साथ-साथ अच्छे कम्युनिकेशन स्किल्स और लीडरशिप क्वालिटी होनी चाहिए।
बैंक मैनेजर की सैलरी
बैंक मैनेजर की सैलरी बैंक और अनुभव के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है।
- सरकारी बैंकों में शुरुआती सैलरी लगभग 40,000 – 50,000 रुपये प्रति माह होती है।
- प्राइवेट बैंकों में शुरुआती सैलरी 50,000 – 70,000 रुपये प्रति माह तक हो सकती है।
- अनुभव बढ़ने के साथ-साथ सैलरी भी बढ़ती जाती है। सीनियर बैंक मैनेजर की सैलरी 1 लाख से 1.5 लाख रुपये प्रति माह या उससे भी ज्यादा हो सकती है।
इसके अलावा बैंक मैनेजर को कई सुविधाएं भी मिलती हैं जैसे:
- आवास सुविधा या हाउस रेंट अलाउंस
- मेडिकल बीमा
- ट्रांसपोर्ट अलाउंस
- बोनस और इंक्रीमेंट
बैंक मैनेजर बनने की तैयारी कैसे करें?
बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको मेहनत करके तैयारी करनी होगी। तैयारी के कुछ टिप्स:
- पाठ्यक्रम को अच्छी तरह समझें: सबसे पहले एग्जाम का पाठ्यक्रम अच्छी तरह पढ़ लें और उसे समझने की कोशिश करें। जिन टॉपिक्स को आप अच्छी तरह जानते हैं, उन्हें रिवाइज करें। नए टॉपिक्स को नोट्स बनाकर याद करें।
- मॉक टेस्ट दें: ऑनलाइन मॉक टेस्ट देने से आपको एग्जाम पैटर्न का अंदाजा मिलेगा। साथ ही आप अपनी स्पीड और एक्यूरेसी भी बढ़ा पाएंगे। कम से कम 30-40 मॉक टेस्ट जरूर अटेम्पट करें।
- करेंट अफेयर्स और बैंकिंग अवेयरनेस पर फोकस करें: जनरल अवेयरनेस और बैंकिंग अवेयरनेस के सेक्शन के लिए रोज करेंट अफेयर्स पढ़ने की आदत डालें। बैंकिंग से जुड़ी हर खबर को ध्यान से पढ़ें।
- टाइम मैनेजमेंट: एग्जाम में समय का प्रबंधन बहुत जरूरी है। हर सेक्शन के लिए एक निश्चित समय तय कर लें और उसी हिसाब से प्रश्न हल करें। ज्यादा समय लेने वाले प्रश्नों को छोड़कर आगे बढ़ जाएं।
- पॉजिटिव रहें: एग्जाम की तैयारी के दौरान आपका पॉजिटिव रहना बहुत जरूरी है। खुद पर और अपनी मेहनत पर भरोसा रखें। स्ट्रेस को दूर भगाने के लिए मेडिटेशन या योगा करें।
निष्कर्ष
बैंक मैनेजर बनना एक प्रतिष्ठित और अच्छी सैलरी वाला करियर ऑप्शन है। इसके लिए आपको मेहनत करके एग्जाम या इंटरव्यू की तैयारी करनी होगी। योग्यता, मेहनत और लगन के बल पर आप जरूर अपने सपने को पूरा कर पाएंगे। बैंक मैनेजर बनकर आप न सिर्फ खुद की बल्कि अपने परिवार की भी आर्थिक स्थिति सुधार सकते हैं। तो देर किस बात की, आज ही तैयारी शुरू कर दीजिए और बनिए एक सफल बैंक मैनेजर!