दुनिया की दो सबसे बड़ी विमान निर्माता कंपनियां, एयरबस (Airbus) और बोइंग (Boeing), अपने उन्नत तकनीक और डिजाइन के लिए जानी जाती हैं। ये दोनों कंपनियां कमर्शियल विमानों के बाजार में एक-दूसरे की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हवाई अड्डे पर खड़े या आसमान में उड़ते विमान को देखकर कैसे पता लगाया जाए कि यह बोइंग है या एयरबस? इस लेख में हम आपको कुछ आसान और विश्वसनीय तरीके बताएंगे, जिनसे आप दूर से ही इन दोनों विमानों की पहचान कर सकते हैं।
एयरबस और बोइंग: एक संक्षिप्त परिचय
- एयरबस: यह एक यूरोपीय कंपनी है, जिसका मुख्यालय फ्रांस के टूलूज में है। इसकी स्थापना 1970 में हुई थी। एयरबस के लोकप्रिय मॉडल जैसे A320, A330, A350 और A380 दुनिया भर में उपयोग किए जाते हैं। A380 दुनिया का सबसे बड़ा यात्री विमान है।
- बोइंग: यह एक अमेरिकी कंपनी है, जिसका मुख्यालय शिकागो, इलिनोइस में है। बोइंग की स्थापना 1916 में हुई थी और इसके 737, 777, और 787 ड्रीमलाइनर मॉडल बेहद लोकप्रिय हैं।
हालांकि दोनों कंपनियां सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता वाले विमान बनाती हैं, लेकिन इनके डिजाइन और तकनीकी विशेषताओं में कुछ स्पष्ट अंतर हैं, जिन्हें समझकर आप इन्हें आसानी से पहचान सकते हैं।
विमानों की पहचान के आसान तरीके
- नोज (नाक) का आकार
- बोइंग: बोइंग विमानों की नाक नुकीली और तीर जैसी होती है, जो तेज और कोणीय दिखती है।
- एयरबस: एयरबस की नाक गोल और अर्ध-गोलाकार होती है, जो थोड़ी चपटी और नरम दिखाई देती है।
उदाहरण के लिए, बोइंग 737 की नाक तेज होती है, जबकि एयरबस A320 की नाक गोल।
- कॉकपिट की खिड़कियां
- बोइंग: बोइंग के कॉकपिट की साइड विंडो का निचला हिस्सा V-आकार का होता है, और आखिरी खिड़की का कोना नुकीला और कोणीय दिखता है।
- एयरबस: एयरबस के कॉकपिट की खिड़कियां चौकोर या आयताकार होती हैं, और इनका डिजाइन सपाट होता है।
- इंजन का आकार और स्थान
- बोइंग: बोइंग के इंजन आमतौर पर पंखों के नीचे थोड़े आगे की ओर लगे होते हैं, और इनका आकार चपटा या अंडाकार होता है। उदाहरण के लिए, बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के इंजन में दांतेदार (chevron) किनारे होते हैं।
- एयरबस: एयरबस के इंजन गोल और बड़े होते हैं, और ये पंखों के ठीक नीचे लगे होते हैं। A320 जैसे मॉडल में इंजन का डिजाइन अधिक गोलाकार होता है।
- लैंडिंग गियर
- बोइंग: टेकऑफ के बाद बोइंग के रियर लैंडिंग गियर का हिस्सा बाहर दिखाई देता है, क्योंकि यह पूरी तरह से बॉडी में नहीं छिपता।
- एयरबस: एयरबस के रियर लैंडिंग गियर टेकऑफ के बाद पूरी तरह से विमान की बॉडी में छिप जाते हैं, और बाहर से कुछ नजर नहीं आता।
- टेल (पूंछ) डिजाइन
- बोइंग: बोइंग की पूंछ में ऊर्ध्वाधर स्थिरक (vertical stabilizer) का किनारा कोणीय होता है, और इसमें हल्का ढलान होता है।
- एयरबस: एयरबस की पूंछ का डिजाइन अधिक गोल और चिकना होता है, जिसमें ऊर्ध्वाधर स्थिरक पर घुमावदार स्ट्रेक दिखाई देता है।
- कंट्रोल सिस्टम
- बोइंग: बोइंग विमानों में पायलट “कंट्रोल योक” (स्टीयरिंग जैसा) का उपयोग करते हैं, जो उन्हें अधिक मैनुअल कंट्रोल देता है।
- एयरबस: एयरबस में “साइड-स्टिक” (छोटा जॉयस्टिक) होता है, और इसका कंप्यूटर सिस्टम पायलट को सीमाओं के अंदर रखता है, जिसे “फ्लाई-बाय-वायर” तकनीक कहा जाता है।
सुरक्षा और विश्वसनीयता
एयरबस और बोइंग दोनों ही अत्यंत सुरक्षित विमान बनाते हैं। दुर्घटनाएं आमतौर पर तकनीकी खराबी, पायलट की गलती, या मौसम जैसी परिस्थितियों के कारण होती हैं। दोनों कंपनियों के विमान कठिन सुरक्षा मानकों का पालन करते हैं। उदाहरण के लिए, एयरबस का A320 और बोइंग का 737 दुनिया के सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले विमान हैं।
हालिया चर्चा क्यों?
12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन जा रहे बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर ने एयरबस और बोइंग के बीच अंतर को लेकर चर्चा को फिर से हवा दी। इस हादसे में 241 यात्रियों की जान चली गई, और केवल एक व्यक्ति ही बच पाया। इस घटना ने लोगों के बीच यह सवाल उठाया कि इन दोनों कंपनियों के विमानों में क्या अंतर है और इन्हें कैसे पहचाना जाए।
कौन सा विमान बेहतर?
यह कहना मुश्किल है कि एयरबस और बोइंग में से कौन बेहतर है, क्योंकि दोनों के अपने फायदे हैं। एयरबस अपने आधुनिक तकनीक और ईंधन दक्षता के लिए जाना जाता है, जबकि बोइंग अपने मजबूत डिजाइन और पायलट-केंद्रित कंट्रोल के लिए। आपकी यात्रा का अनुभव इस बात पर अधिक निर्भर करता है कि एयरलाइन ने विमान को कैसे कॉन्फिगर किया है, न कि यह किस कंपनी का है।
निष्कर्ष
अब अगली बार जब आप हवाई अड्डे पर हों या आसमान में कोई विमान देखें, तो इन आसान तरीकों—नोज का आकार, कॉकपिट की खिड़कियां, इंजन का डिजाइन, लैंडिंग गियर, और टेल डिजाइन—को ध्यान में रखकर आसानी से पहचान सकते हैं कि यह एयरबस है या बोइंग। दोनों कंपनियां विमानन उद्योग में अपनी-अपनी विशेषताओं के साथ अग्रणी हैं, और इन अंतरों को समझने से आपका विमानन अनुभव और भी रोचक हो सकता है।