क्या आपने कभी सोचा है कि ब्रा के लेबल पर लिखे A, B, C, D जैसे अक्षरों का क्या मतलब होता है? ये अक्षर आपके ब्रा कप साइज को दर्शाते हैं। आइए जानें इन कप साइज के बारे में विस्तार से और समझें कि सही ब्रा साइज चुनना क्यों जरूरी है।
ब्रा साइज क्या होता है?
ब्रा साइज दो भागों से मिलकर बनता है – बैंड साइज और कप साइज।
- बैंड साइज एक संख्या होती है, जैसे 32, 34, 36 आदि। यह आपके रिब केज (पसलियों) के चारों ओर की माप को दर्शाता है।
- कप साइज एक अक्षर होता है, जैसे A, B, C, D आदि। यह आपके स्तनों के आकार को दर्शाता है।
इन दोनों को मिलाकर पूरा ब्रा साइज बनता है, जैसे 34B या 36C।
कप साइज का क्या मतलब होता है?
कप साइज आपके स्तनों के आकार और आयतन को दर्शाता है। जैसे-जैसे अक्षर आगे बढ़ते हैं, कप का आकार बड़ा होता जाता है। यानी:
- A कप सबसे छोटा होता है
- B कप A से बड़ा होता है
- C कप B से बड़ा होता है
- D कप C से बड़ा होता है
और इसी तरह आगे भी।
कप साइज कैसे नापा जाता है?
कप साइज नापने के लिए दो मापों का अंतर देखा जाता है:
- आपके रिब केज (बैंड साइज) की माप
- आपके स्तनों के सबसे उभरे हुए हिस्से की माप
इन दोनों मापों के बीच का अंतर आपका कप साइज बताता है। जैसे:
- 1 इंच का अंतर = A कप
- 2 इंच का अंतर = B कप
- 3 इंच का अंतर = C कप
- 4 इंच का अंतर = D कप
और इसी तरह आगे भी।
विभिन्न कप साइज और उनका मतलब
आइए अब विस्तार से जानें विभिन्न कप साइज के बारे में:
AA कप
- सबसे छोटा कप साइज
- बहुत कम महिलाओं को इस साइज की जरूरत होती है
- रिब केज और स्तनों के बीच बहुत कम अंतर होता है
A कप
- छोटे स्तनों के लिए
- रिब केज और स्तनों के बीच लगभग 1 इंच का अंतर
- हल्के भरे हुए स्तनों का आकार
B कप
- मध्यम आकार के स्तनों के लिए
- रिब केज और स्तनों के बीच लगभग 2 इंच का अंतर
- सबसे आम कप साइज में से एक
C कप
- भरे हुए स्तनों के लिए
- रिब केज और स्तनों के बीच लगभग 3 इंच का अंतर
- B कप से थोड़ा बड़ा आकार
D कप
- बड़े स्तनों के लिए
- रिब केज और स्तनों के बीच लगभग 4 इंच का अंतर
- पूर्ण भरे हुए स्तनों का आकार
DD कप
- D कप से बड़ा आकार
- कुछ ब्रांड्स इसे E कप भी कहते हैं
- बहुत बड़े स्तनों के लिए
E कप और उससे बड़े
- बहुत बड़े स्तनों के लिए
- E, F, G, H और आगे के साइज होते हैं
- विशेष ब्रा की जरूरत हो सकती है
सही कप साइज क्यों जरूरी है?
सही कप साइज चुनना बहुत महत्वपूर्ण है। गलत साइज की ब्रा पहनने से कई समस्याएं हो सकती हैं:
- असुविधा और दर्द
- खराब पोश्चर
- स्तनों का सही आकार न दिखना
- कपड़ों का ठीक से न फिट होना
- त्वचा पर निशान पड़ना
इसलिए अपना सही कप साइज जानना और उसी के अनुसार ब्रा खरीदना जरूरी है।
कप साइज कैसे बदलता है?
कई कारणों से आपका कप साइज बदल सकता है:
- वजन बढ़ना या घटना
- गर्भावस्था और स्तनपान
- हार्मोनल बदलाव
- उम्र बढ़ने के साथ स्तनों में बदलाव
- व्यायाम से शरीर में बदलाव
इसलिए समय-समय पर अपना कप साइज नापते रहना चाहिए।
सही कप साइज कैसे चुनें?
सही कप साइज चुनने के लिए कुछ टिप्स:
- अपने रिब केज और स्तनों की सही माप लें
- अलग-अलग स्टाइल की ब्रा ट्राई करें
- फिटिंग रूम में ब्रा पहनकर देखें
- ब्रा पहनकर अलग-अलग मुद्राओं में खड़े हों और बैठें
- कप में गैप या ओवरफ्लो न हो
- स्ट्रैप्स आरामदायक हों
- बैंड पीठ पर सीधा हो
अलग-अलग देशों में कप साइज
विभिन्न देशों में कप साइज थोड़ा अलग हो सकता है:
- अमेरिका और UK: AA, A, B, C, D, DD, E, F…
- यूरोप: A, B, C, D, E, F, G…
- फ्रांस और स्पेन: A, B, C, D, E, F…
- इटली: 1, 2, 3, 4, 5…
- ऑस्ट्रेलिया: A, B, C, D, DD, E, F…
इसलिए विदेशी ब्रांड्स की ब्रा खरीदते समय साइज चार्ट जरूर देख लें।
सिस्टर साइज क्या होता है?
सिस्टर साइज वो ब्रा साइज होता है जिसमें कप का वॉल्यूम एक जैसा रहता है, लेकिन बैंड साइज अलग होता है। जैसे:
- 34B की सिस्टर साइज 32C और 36A हो सकती है
- 36C की सिस्टर साइज 34D और 38B हो सकती है
सिस्टर साइज जानना फायदेमंद होता है अगर आपको अपने सही साइज की ब्रा नहीं मिल रही हो।
कप साइज से जुड़े कुछ मिथक
कुछ गलत धारणाएं जो कप साइज के बारे में प्रचलित हैं:
- बड़े कप साइज का मतलब बड़े स्तन – ये सही नहीं है। कप साइज बैंड साइज के साथ मिलकर पूरा ब्रा साइज बनाता है।
- A कप हमेशा छोटा होता है – A कप अलग-अलग बैंड साइज के साथ अलग-अलग बड़ा हो सकता है।
- D कप बहुत बड़ा होता है – ये जरूरी नहीं। 32D और 38D में बहुत फर्क होता है।
- डबल लेटर्स (DD, FF) आधे साइज होते हैं – ऐसा नहीं है। ये पूरे कप साइज हैं।
- हर ब्रांड का साइज एक जैसा होता है – अलग-अलग ब्रांड्स के साइज में थोड़ा अंतर हो सकता है।
निष्कर्ष
सही कप साइज चुनना आपके आराम और स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। अपने शरीर को समझें, सही माप लें और अपने लिए परफेक्ट फिटिंग वाली ब्रा चुनें। याद रखें, हर महिला का शरीर अलग होता है और हर किसी का कप साइज भी अलग हो सकता है। अपने शरीर को प्यार करें और उसे सही सपोर्ट दें।
अगर आपको अपना सही कप साइज चुनने में कोई दिक्कत हो रही है, तो किसी प्रोफेशनल फिटर की मदद लें। एक बार सही साइज पता चल जाने के बाद आप आसानी से अपने लिए सही ब्रा चुन पाएंगी और ज्यादा कॉन्फिडेंट महसूस करेंगी।